Monday 10 March 2014

दक्षिणावर्ती शंख - Dakshinavarti Shankh

दक्षिणावर्ती शंख - Dakshinavarti Shankh






दक्षिणावर्ती शंख




दक्षिणावर्ती शंख भी तंत्र जगत में अपना एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है - पारिवारिक सुःख /शांति के लिए एवं आर्थिक समृद्धि के लिए लोग प्रायः इसे अपने पास रखते हैं और ऐसा देखा भी गया है कि जिसके पास भी यह शंख होता है उस पर भी आर्थिक समस्याएं नहीं आती आती हैं -!




किन्तु दक्षिणावर्ती शंख को भी यदि निम्न विधि से सिद्ध कर लिया जाये तो इसकी महता और गुणों में चार चाँद लग जाते हैं -!




आप सबके हितार्थ मैं इसकी एक विधि यहाँ दे रहा हूँ और आशा करता हूँ कि इसके माध्यम से आप सब लोगों को लाभ प्राप्त होगा !




विधि :-

१. शंख को शुद्ध पानी से धो लें

२. फिर पुनः ताजे , शुद्ध एवं बिना उबले हुए गाय के दूध से धोएं

३. पुनः गंगाजल से धो लें ( यदि गंगाजल न हो तो स्वच्छ पानी में फूल एवं फूलों कि पत्तियां थोडा सा कपूर , इत्र , सफ़ेद चन्दन , केवड़ा इत्यादि मिलकर उस सुवासित / सुगन्धित जल से धोएं )

४. कपडे के आसन पर शंख को स्थान दे

५. आसन प्रदान करने के पश्चात् यदि किसी विशेष समस्या के निवारणार्थ कर रहे हों तो उस समस्या का चिंतन करें और प्रार्थना करें कि आपको उस समस्या से मुक्ति मिले

६. यदि सामान्य प्रयोजन से इसे सिद्ध करना चाहते हैं कि भविष्य में आपका जीवन खुशहाल रहे तो इस सन्दर्भ में प्रार्थना करें -!

७. मंत्र जाप के लिए कमलगट्टे कि या क्रिस्टल कि माला का प्रयोग करें

८. साधना का प्रारम्भ गुरुवार - Thursday को करें

मंत्र :- ॐ कनक धारा महा लक्ष्मी मम कार्य कुरु कुरु नमः

९. मंत्र जाप ३ माला प्रतिदिन

१०. मंत्र जाप का समय ३ दिन




समस्त विधान के पश्चात् इसे आप अपने पूजा स्थल / व्यवसायिक धन पेटी / किसी शुद्ध जगह पर रखें




जय माता महाकाली

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